….मै यादों काकिस्सा खोलूँ तो,कुछ दोस्त बहुतयाद आते हैं….
…मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं…._…अब जाने कौन सी नगरी में,__…आबाद हैं जाकर मुद्दत से….😔_
….मै देर रात तक जागूँ तो ,कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं….
….कुछ बातें थीं फूलों जैसी,….कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,….मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,….कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
_…सबकी जिंदगी बदल गयी,__…एक नए सिरे में ढल गयी,_😔
_…किसी को नौकरी से फुरसत नही…__…किसी को दोस्तों की जरुरत नही…._😔
_…सारे यार गुम हो गये हैं…_….”तू” से “तुम” और “आप” हो गये है….
….मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं….
_…धीरे धीरे उम्र कट जाती है…__…जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,_😔_…कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है…__और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है …_😔
….किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते, ….फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते…
_….जी लो इन पलों को हस के दोस्त,_😁_फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते …._
सभी मित्रों को मित्रता दिवस की बहुत बहुत बधाइयां
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